चीन में फैल रहा जानलेवा 2019-एनसीओवी कोरोना वायरस से अब तक 80 मौतें हो चुकी है। 11 देशों में दशहत फैला चुके इस वायरस की आहट उत्तरप्रदेश और बिहार तक भी पहुंच गई है। बिहार में चार और उत्तर प्रदेश में एक संदिग्ध संक्रमित मिला है। इससे पहले केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में पहले ही संदिग्ध संक्रमित मिल चुके हैं।
बिहार और उत्तर प्रदेश में नए मामले सामने पर केंद्र सरकार की चिंता बढ़ गई है। सभी राज्यों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को केंद्रीय कैबिनेट सचिव ने सभी मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। हवाईअड्डों पर जांच के साथ अब जहाजरानी मंत्रालय उन अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों पर लोगों की जांच आरंभ करेगा जहां चीन से लोग आते हैं।
चीन में बिहार के 800 लोग, चार संदिग्ध संक्रमित
बिहार से कोरोना वायरस के चार संदिग्ध मरीज मिले हैं। इनमें चीन से 22 जनवरी को लौटी सारण जिले की मेडिकल छात्रा भी शामिल है। चीन के तिआन्जिन प्रांत से छपरा आई शोध छात्रा को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एकांत वार्ड में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा दो संदिग्ध सीतामढ़ी और एक मुजफ्फरपुर का निवासी है। मुजफ्फरपुर निवासी संदिग्ध का चीन से लौटने के बाद दिल्ली में इलाज चल रहा है। वहीं, सीतामढ़ी निवासी एक अन्य मरीज अभी चीन में ही है। चीन में शिक्षा, रोजगार व अन्य क्षेत्रों से जुड़े बिहार के करीब 800 लोग रह रहे हैं। इनमें करीब छह सौ मेडिकल के छात्र शामिल हैं।
यूपी के महराजगंज में चीन से लौटा छात्र भर्ती
चीन से महराजगंज के एक छात्र की घर वापसी के बाद शनिवार देर रात अधिकारी जांच के लिए उसे जिला अस्पताल ले आए। उसे एकांत वार्ड में निगरानी में रखा गया है। लक्ष्मीपुर निवासी आसिफ चीन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। वह परीक्षा के बाद एक महीने की छुट्टी पर 14 जनवरी को घर आया था। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि संक्रमण की स्थिति जांच के बाद ही साफ होगी।
उत्तराखंड का स्वास्थ्य महकमा अलर्ट पर
उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को प्रदेश के सभी जिलों में मेडिकल टीम भेज दी है जो खासतौर पर चीन और नेपाल से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग करेगी। प्रदेश की महानिदेशक (स्वास्थ्य) अमिता उप्रेती ने कहा, चीन और नेपाल की सीमा से सटे जिलों चंपावत, चमोली और पिथौरागढ़ में स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है।